एशिया में अमेरिका की सैन्य तैनाती: बदलते भू-राजनीतिक समीकरण
हाल ही में अमेरिका द्वारा एशिया में अब तक की सबसे बड़ी सैन्य तैनाती कर हिंद महासागर क्षेत्र में छह B-2 स्टील्थ बॉम्बर्स और तीन एयरक्राफ्ट कैरियर भेजे गए हैं। यह कदम केवल एक सैन्य गतिविधि नहीं, बल्कि व्यापक भू-राजनीतिक रणनीति का हिस्सा है। अमेरिका का यह कदम न केवल क्षेत्रीय शक्ति संतुलन को प्रभावित करता है, बल्कि भारत समेत अन्य एशियाई देशों के लिए भी यह एक महत्वपूर्ण संदेश है।
हिंद महासागर की सामरिक महत्ता
हिंद महासागर वैश्विक व्यापार का प्रमुख मार्ग है, जहां दुनिया का एक तिहाई समुद्री व्यापार संचालित होता है। चीन की "String of Pearls" रणनीति, दक्षिण चीन सागर में उसका आक्रामक रुख, और बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) के माध्यम से उसकी बढ़ती पहुंच को संतुलित करने के लिए अमेरिका द्वारा इस क्षेत्र में सक्रिय उपस्थिति बनाए रखना आवश्यक हो गया है।
B-2 स्टील्थ बॉम्बर्स का सामरिक संदेश
B-2 स्टील्थ बॉम्बर्स को अत्याधुनिक युद्धक विमान माना जाता है जो रडार की पकड़ में आए बिना दुश्मन के भीतर तक हमला कर सकते हैं। अमेरिका के पास कुल 20 ही ऐसे विमान हैं, जिनमें से 6 का हिंद महासागर में भेजा जाना यह संकेत देता है कि वह इस क्षेत्र को रणनीतिक रूप से कितना गंभीरता से ले रहा है। यह चीन को एक स्पष्ट चेतावनी है कि अमेरिका एशिया-प्रशांत क्षेत्र में अपनी सैन्य श्रेष्ठता बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।
भारत के लिए निहितार्थ
भारत के दृष्टिकोण से यह स्थिति जटिल है। एक ओर भारत अमेरिका के साथ रणनीतिक साझेदारी को प्रगाढ़ कर रहा है — जैसे QUAD, BECA, LEMOA जैसे समझौते — वहीं वह एक स्वतंत्र विदेश नीति का भी पालन करता है। अमेरिका की सैन्य तैनाती से भारत को क्षेत्रीय संतुलन बनाए रखने में मदद मिल सकती है, लेकिन इससे क्षेत्र में सैन्य संघर्ष की संभावना भी बढ़ सकती है।
निष्कर्ष
एशिया में अमेरिका की यह सैन्य तैनाती वैश्विक कूटनीति के एक नए चरण का संकेत है। यह स्पष्ट करता है कि हिंद महासागर अब केवल व्यापारिक जलमार्ग नहीं, बल्कि सामरिक शक्ति-प्रदर्शन का केंद्र भी बन चुका है। भारत को इस नई वास्तविकता के अनुरूप अपनी विदेश और रक्षा नीति को सुदृढ़, संतुलित और रणनीतिक रूप से लचीला बनाना होगा।
यह समाचार UPSC GS (General Studies) के लिए प्रासंगिक है, खासकर निम्नलिखित विषयों के अंतर्गत:
GS Paper 2 (अंतर्राष्ट्रीय संबंध)
- भारत-अमेरिका संबंध
- हिंद महासागर में भू-राजनीतिक गतिविधियाँ
- एशिया-प्रशांत क्षेत्र में शक्तियों की रणनीतिक स्थिति
GS Paper 3 (आंतरिक सुरक्षा और रक्षा)
- रणनीतिक बमवर्षक (Strategic Bombers) जैसे B-2 स्टील्थ बॉम्बर्स का वैश्विक महत्व
- अमेरिका की सैन्य क्षमताएं और उनकी तैनाती
- हिंद महासागर की सामरिक महत्ता
वर्तमान घटनाएँ (Current Affairs)
- UPSC प्रारंभिक परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्नों के लिए यह विषय महत्वपूर्ण हो सकता है, जैसे:
- B-2 स्टील्थ बॉम्बर्स क्या हैं?
- अमेरिका की एशिया में सैन्य गतिविधियों का उद्देश्य क्या है?
- हिंद महासागर में शक्ति संतुलन
यहाँ इस समाचार से संबंधित कुछ संभावित UPSC प्रश्न दिए गए हैं, जो प्रारंभिक (Prelims) और मुख्य परीक्षा (Mains) दोनों के लिए उपयोगी हो सकते हैं:
UPSC Prelims के लिए संभावित वस्तुनिष्ठ प्रश्न (MCQs):
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B-2 Spirit स्टील्थ बॉम्बर के संबंध में निम्नलिखित में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?
- यह अमेरिका द्वारा विकसित किया गया एक रणनीतिक स्टील्थ बॉम्बर है।
- यह रडार की पकड़ में नहीं आता।
- इसे परमाणु हथियारों के साथ भी लैस किया जा सकता है।नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए:(a) केवल 1 और 2(b) केवल 2 और 3(c) केवल 1 और 3(d) 1, 2 और 3
उत्तर: (d) 1, 2 और 3
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निम्नलिखित में से कौन-सा क्षेत्र अमेरिका द्वारा अपनी हाल की सबसे बड़ी सैन्य तैनाती के लिए चर्चित रहा है?(a) दक्षिण चीन सागर(b) हिंद महासागर(c) अटलांटिक महासागर(d) भूमध्य सागर
उत्तर: (b) हिंद महासागर
UPSC Mains के लिए संभावित प्रश्न (वर्णात्मक):
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"हिंद महासागर में बड़ी शक्तियों की सैन्य तैनाती क्षेत्रीय शक्ति संतुलन को प्रभावित करती है।" इस कथन के आलोक में अमेरिका की हाल की तैनाती का विश्लेषण कीजिए।
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B-2 स्टील्थ बॉम्बर्स जैसे रणनीतिक हथियारों की भूमिका पर चर्चा कीजिए और बताइए कि इनकी तैनाती भारत की सामरिक स्थिति को कैसे प्रभावित कर सकती है।
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भारत-अमेरिका रणनीतिक संबंधों के संदर्भ में अमेरिका की एशिया में सैन्य गतिविधियों का मूल्यांकन कीजिए।
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