दैनिक समसामयिकी लेख संकलन व विश्लेषण: 27 अप्रैल 2025 1-नये भारत में पितृत्व के अधिकार की पुनर्कल्पना सुप्रीम कोर्ट द्वारा केंद्र सरकार से तलाकशुदा और अविवाहित पुरुषों के सरोगेसी के अधिकार को लेकर मांगा गया जवाब एक महत्वपूर्ण संवैधानिक बहस की शुरुआत का संकेत देता है। महेश्वर एम.वी. द्वारा दायर याचिका केवल व्यक्तिगत आकांक्षा नहीं है, बल्कि यह हमारे समाज में परिवार, पितृत्व और व्यक्तिगत गरिमा के बदलते मायनों को न्यायिक जांच के दायरे में लाती है। वर्तमान कानूनी परिदृश्य सरोगेसी (नियमन) अधिनियम, 2021 एक नैतिक और कानूनी प्रयास था, जिसका उद्देश्य वाणिज्यिक सरोगेसी के दुरुपयोग को रोकना और मातृत्व के शोषण को समाप्त करना था। परंतु, इस अधिनियम में सरोगेसी का अधिकार केवल विधिवत विवाहित दंपतियों और विधवा या तलाकशुदा महिलाओं तक सीमित किया गया, जबकि तलाकशुदा अथवा अविवाहित पुरुषों को इससे बाहर कर दिया गया। यह प्रावधान न केवल लैंगिक समानता के सिद्धांत के विपरीत है, बल्कि व्यक्तिगत स्वतंत्रता और गरिमा के अधिकार पर भी प्रश्नचिह्न लगाता है। संवैधानिक मूल्यों का उल्लंघन संविधान के अनुच्छेद 14 और 21 ...
क्रिस्टी कोवेंट्री : IOC की पहली महिला अध्यक्ष – परीक्षापयोगी जानकारी 21 मार्च 2025 तक की ताजा जानकारी के अनुसार , अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (International Olympic Committee - IOC) ने एक ऐतिहासिक फैसला लिया है। जिम्बाब्वे की पूर्व ओलंपिक तैराक क्रिस्टी कोवेंट्री को IOC का नया अध्यक्ष चुना गया है। यह पहली बार है जब किसी महिला को इस पद पर नियुक्त किया गया है। उनका चयन 20 मार्च 2025 को IOC की बैठक में हुआ, और वे 23 जून 2025 को वर्तमान अध्यक्ष थॉमस बाक का स्थान ग्रहण करेंगी। उनका कार्यकाल 8 वर्ष (2025-2033) का होगा, जो IOC नियमों के अनुसार नवीकरणीय नहीं है। इस लेख में कोवेंट्री की नियुक्ति, उनकी पृष्ठभूमि, और इस ऐतिहासिक निर्णय के परीक्षापयोगी पहलुओं पर प्रकाश डाला गया है। साथ ही भारत के संदर्भ में इसकी प्रासंगिकता का भी विश्लेषण किया गया है। यह जानकारी UPSC, SSC, बैंकिंग , और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए उपयोगी है। ✅ क्रिस्टी कोवेंट्री का परिचय जन्म: 16 सितंबर 1983, हरारे, जिम्बाब्वे खेल उपलब्धि: कोवेंट्री एक सफल ओलंपिक तैराक रही हैं। उन्होंने 7 ओलंपिक पदक जीते, जिनमें...